जाते तो है पर वापस आते नही वादे हम अपने वैसे निभाते नही मोहब्बत भी है कुछ हद से ज्यादा पर लब्जों से हम बस जताते नही तेरी हरकतों से थोड़ा दर्द जरूर होता है पर पहले जैसा दिल को अब सताते नही अच्छा नही सेहत के लिए बार बार रोना इसीलिए समंदर आँखों में अब बुलाते नही ज़ेहन में कैद है मेरे हर वो बीती दास्तां चाहते तो है भूलना पर हम है के भुलाते नही कब तक बैठे हम राह ताकते तुम्हारी अड़ियल किस्मत हमे उनसे मिलाते नही उनको लगता है उनकी हरकतों से हम जल उठे वो कोशिशें करती है पर आदते उनकी हमे जलाते नही सुरेश पवार वादा