खेर छोड़ो तुम क्या समझोगे दर्द हमारा तुम तो कुर्सी के शौकीन हो मर रहा हूं मैं खेतों में, तुम तो रैलीयों में मशगीन हो अन्नदाता तो मैं कहलाता हूं फिर भी भूखा सो जाता हूं तुम क्या समझोगे दर्द हमारा क्या दुःख को पहचानोगे बस बोटों की खातिर तुम लंबी लंबी तनोगे #किसान_का_दर्द ©Smarty Abhiraaj Kashyap #किसान #Kisandiwas