हालाते है हमारी कुछ ऐसी की तुम सोच नहीं सकते हर पल इन आँखों से आँसु का समन्दर बहेता है क्या करू मैं ऐसा अपनी हालातो से बाहर निकल जाऊ पर तुम्हारी सलामती के लिए हर आँसु मैं खुशी से पी जाऊ... #anything for you😘