मज़बूर मै पूछता हूँ बच्चों के खाने का पैसा खाते तुम्हारी रूह नही कांपी,बच्चो को नमक रोटी खाते देख तुम मे इंसानियत भी नही जागी,अपने बारे मे बताते वक्त कहते हो की टीचर हो,मै तो कहता हूँ भगवान भी माफ नही करेगा तुम तो जानवरों से भी बदतर हो मिर्जापुर मिड-डे मील