अठन्नी का वो जमाना था... चार पैसो मे खुशिया खरीद लिया करते थे, विद्यालय न जाने का कोई न बहाना था सुना है पापा से मैने अठन्नी का वो जमाना था...... दस पैसे लेकर खूब उछला करती थी मा की जिद्द, नाना ने उन्हें रोज घुमाना था खुशी झलकी है उनके चेहरे पर कहा मां ने जब चवन्नी का वो जमाना था...... दस पैसे की बात को राजकुमारी की तरह मां ने खुद को बतलाया था.. खुद के पास पच्चास पैसे बता कर याद है मुझे पापा ने मां को गरीब बता खूब मजाक उड़ाया था... 😆😆😆😆😆😆 वाह !खूब वो अठन्नी का जमाना था.... मा-पापा की छोटी सी याद... #memories