कितने अपने जा चुके है । दर्द सीने के हम छुपा चुके है। टूटे हुए को माना चुके है। सर्द में भी हम जागते हुए है। हमने झूट भी बोला है , दो दिलों को जोड़ने के लिए हम दो दिलों को मिला भी चुके है । लेकिन, खुदा जनता है ज़मज़म उसके बिना हम कैसे जिए है। ©Gorakhpur Zamzam #गोरखपुर #gkpzamzamshayar #gorakhpurzamzamshayar #gorakhpur #Up #UttarPradesh #nojoto2022 #Nojoto