हे कान्हा..✍🏻 दुनिया की इस भीड़ में गरो से ही नही अपनो से भी चोट खायी हूँ मैं..!! जिस्म से नही कान्हा रूह से मर कर इस मिट्टी जैसे तन को अब हमेशा के लिए तेरे पास लायी हूँ मैं कान्हा..!! अब तुम्ही सम्भालो मुझे मै तुम्ही से प्रीत लगाई हूँ..✍🏻 🍁kanha ki deewani..gudda🍁 🍁SST🍁 ©sst #kanhakideewani gudda..tujhse ho preet lagai hu main..✍🏻🍁#SST🍁