सावन अर्थात सुहावना वन,,,,
वह मधुमास जो वनो को सुहावना कर दे वह है "सावन"
जो वन मन को प्रफुल्लित कर दे वह है,,,मन भावन,,,,
दोस्तों सावन के आगमन से ही ,,, ह्रदय रुपी मन के मरुथल में प्रेम की कोंपले प्रस्फुटित हो जाती है
कुदरत ने सावन को इतना रमणीय बनाया की इंसान को खुशी मिले
इस मे सहयोगी बनते है हमारी कुदरती मित्र "कोयल मोर पपीहा"आदि