ये दुनिया हैं इक कुरुक्षेत्र, कौरव पांडव की फौज खड़ी। हर दिल मे गहरे घाव यहां, हैं हिलकुल ना आसान घड़ी।। तुम दुर्योधन हो मैं अर्जुन हूँ, सब राग यही अलाप रहे। धर्म अधर्म के तर्क पर, चीत्कारों के स्वर विलाप रहे।। #Pehlealfaaz कुरुक्षेत्र