दिल की डोर बंध रही हैं
धागे की छोर मिल रही हैं
हो रहा हैं इश्क़ मुक्कमल
धड़कने दोनों की बढ़ रही हैं
टकरा रही हैं नज़रों से नज़रें
दिलों की दास्ताँ बन रही हैं
कैसे बयाँ करूँ हाल-ए दिल उनसे
जिनके लिए ये रूह तड़प रही हैं #Love#tum#Missing#someone#intzaar#myvoice#Jitnidafa