नयनो में क्या स्वप्न सजाऊँ,बस तुम्ही बसे हो बालम जी तेरे संग-संग बढ़ती जाऊँ,हो खुशियों का आलम जी जीवन की तेरी मीत बनूँ, और बनूँ हर गीत तेरी हाथों में हर-क्षण हाथ रहे,हर जन्मों तक मेरे बालम जी