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कुछ भूलने की ख्वाहिश में कुछ याद आया है मुझे ख्वाह

कुछ भूलने की ख्वाहिश में
कुछ याद आया है मुझे
ख्वाहिश थी ज़ख्म को मरहम देने की
पर इस ज़ख्म को देखकर
इक नासुर याद आया है मुझे

©Sarita Kumari Ravidas
  #Tulips 
ज़ख्म

#Tulips ज़ख्म #कविता

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