सोचा था कि आज के बाद सब कुछ भुला दूंगा , सब कुछ भुला दिया मैंने सिर्फ़ एक को भुलाने के लिए सोचा था कि उस से जुड़ी हर याद मिटा दूंगा , जब बारी आई कुछ मिटाने की उसके अलावा सब कुछ मिटा दिया उसे मिटाने के लिए । अब बचा ही क्या था उसकी यादों के सिवा मेरे पास , सब कुछ खत्म हो गया उसके जाने के बाद । सोचा था कि जी लूंगा जैसे भी करके , पर लगता है कोई बुला रहा मुझे अपने पास । It's true lines "" मदन वर्मा "" ☹🙁😞😕😓😔😒🙋♀️👰 It's true lines my dear friend 👍👍👍