#NoTobaccoDay सुलगती हुई बीड़ी नही यह सुलगती हुई ज़िंदगी है, मारते मारते खुदको अपनों को नही गिनती है। सब तबाह कर देती है जिंदगी का हिस्सा बन कर, थोड़ा तो सोचो यारो यह ज़िंदगी कितनी कीमती है।