याद तो होगा ही भुखमरी और गरीबी बढ़ रही और जनता धर्म कौम पर लड़ रही मंदी ऐसी छाई की मंहगाई चढ़ रही मीडिया अपने आका की बड़ाई गढ़ रही बेरोजगारी पर युवा रेत पर चढ़ाई चढ़ रही कितने लहूं से सींचा है बलिदानियों ने चमन को वक्त है सब मिल कर संभाल ले वतन के अमन को #समझा करें