मैं अपना आसमां बना लूंगा, पर तुझ सा चांद कहां से लाऊंगा? मैं इश्क तो कर लूंगा, पर तुम जैसी रुहानियत कहां से लाऊंगा. ©Ankit verma utkarsh❤ ❤❤