बदला जो वक़्त उसकी नियत बदल गयी.. सूरज ढला तो साये की सूरत बदल गयी.. एक वक़्त तक मैं उसकी जरूरत बना रहा.. फिर यूँ हुआ की उसकी जरूरत बदल गयी।। ✍️rajat