फिर वही दोस्तों का रेला फिर वही चाय का प्याला फिर वही बस स्टैंड के समोसे फिर वही पब्लिक कफे की काफी फिर वही मित्रो संग बालाजी का डेरा फिर आएगा बैतुल में रंग जब हम सब होंगे संग संग मुस्कुराएगा बैतुल मुस्कुराएगा बैतुल मुस्कुराएगा बैतुल