विचार-2 पुराने मित्र छूटते हैं फिर नए मित्र बनते हैं। यह दिनों की ही तरह है, एक पुराना दिन बीतता है, एक नया दिन आ जाता है। महत्त्वपूर्ण बात यह है कि हम उसे सार्थक बनाएं : एक सार्थक मित्र या एक सार्थक दिन। यदि आपकी कोई विशेष निष्ठा या धर्म है, तो भी अच्छा है, आप उसके बिना भी जी सकते हैं। अहमद_हुसैन #NojotoQuote #पुराने_मित्र_छूटते_हैं_फिर_नए_मित्र_बनते_हैं... #विचारों #कि #दुनिया #NojotoHindi