ज़ब कुछ समज ना आये ना, तब आँख बंधकर उस खुदा को समझदारी सोप देना | छोटे बच्चे की तरह रो देना जी भर उसके सामने | पर अज़नबी सी गलती मत करना, अपनों के सामने रो उनको मत रुलाना | और दूसरों के सामने रो अपनी हसी मत बनाना | -अज़नबी किताब कुछ पन्ने किताब के...