हॉस्टल के सामने से तेरे गुज़रने पर, कुछ खिडकीयाँ तुझे देखा करती थी, कुछ बड़ी कुछ छोटी तेरे गुज़रने पर, कुछ खिडकीयाँ तुझे छेङा करती थी। कभी टकटकी लगाई मेरी आंखों सी, कभी गाने गाते हुए मेरे यारों सी, कभी तेरी जासूसी करती हुई सी, खिडकीयाँ तुझे देखा करती थी। । #sunrays #hostel #Hindi #poem #Poetry #Love #birthday