ज़िंदगी ऐसे ही गुज़रेगी शायद तेरी बारिश में ही भीगेगी शायद बाँध मुस्कान का अपनी बना तू ज़िंदगी को मेरी रोक ले ज़रा तू क्या पता पल भर को मुस्कुराएगी एक पल को गर रुक पाएगी शायद Hold me tight