ख़्वाहिशों के मायाजाल के भंवर में, उलझ कर रह गई है जिंदगी मेरी। जिम्मेदारियों के बोझ तले, अनमोल ख़्वाहिशें मुद्दतों से गुमशुदा है मेरी। 🎀 Challenge-382 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 2 पंक्तियों अथवा 20 शब्दों में अपनी रचना लिखिए।