जीवन का आधार पैसा होता तो खुशियां रेत के घर बनाकर नही मिलती ..... हां मानती हूं जरूरत है पैसे की हमेशा क्यों की वो हमेशा कम ही होते है .... किल्लत में जब कटती है जिंदगी तो गम भी होता है.... पर ये भी सच है की मुस्कुराने की कोई किमत नही होती .... अगर होती तो हमें सुकून से सोते देख बस मां मुस्कुराई नही होती.... हां सच है फिक्र बढ़ जाती है जब जेब में पैसे घटने लगते हैं.... पर फिक्र तब ज्यादा बढ़ती है जब पैसों की राह पर चलने के लिए लोग भटकने लगते है... किमत रिश्तों की कोई होती नही है.... और ये भी सही है की अंशुओं से किमती कोई मोती नही है..... लगन हो तो कमाना भी आएगा और बचाना भी आएगा .... जितना है जरूरी उतना पाना भी आएगा.... देर से सही पर सब कुछ मेहनत और लगन से मिल ही जायेगा..... पर याद रखना ये भी जरूरी है हमेशा पैसे का खाना बस प्यार बनाता है .... मां को बस वो कांच की चूड़ी जो पहली कमाई से लाए थे तुम वो ही सबसे किमती नजर आता है... तुम कम कमाओ या ज्यादा तुम्हारे पेट में चार रोटी की भूख है तो वो बस चार रोटी ही मिटाता है...... #mywritingmywords #yqdidi #yqdada #yqbaba #yqhindi #yqhindiwriters #fromtheheart हो सकता है किसी को हम बिलकुल ही गलत लगे या बहुत फिलोसॉफिकल लगे की ये सब बस ज्ञान की बात है पर हमेशा से हमको लगता है पैसा सब कुछ नही हो सकता है जरूरी है पर हमेशा की जरूरत नहीं