ये कैसे तन्हाई के कुल्ज़ुम में, डूबता ही जा रहा हूं मैं........ यकीनन तुम्हारे इश्क से, अब ऊबता जा रहा हूं मैं....... माना इसमें कहीं न कहीं, शायद मेरी भी तक्सीर है....... मेरे पास आज भी महफ़ूज़, तुम्हारी प्यारी सी तस्वीर है...... ©Poet Maddy ये कैसे तन्हाई के कुल्ज़ुम में, डूबता ही जा रहा हूं मैं........ #Sea#Loneliness#Drowning#Love#Bore#Mistake#Safe#Picture...........