इंजीनियर बनने के सपनें देखने वाली लडकी, अब ससुराल से मायके जाने के दिन गिनती है। डॉक्टर बनने के सपने देखने वाली लड़की, ससुराल वालों के ताने सुनती हैं। ब्यूटीशियन बनने वाली लडकी, घर के आंगन को चमका रही हैं। और जिसको बनना था होटल मैनेजर, वो सब्जी का छोंक लगा रही हैं। नेता बनने वाली लड़की, आज घूंघट की आड़ में पल रही हैं। एथलीट बनने वाली लड़की, घर वालों के इशारों पर चल रही हैं। डायटिशियन बनने वाली लड़की, सबकी पसंद का खाना बनाती हैं। और जिसको बनना था पायलट, वो अपने सपनों को फुर्र से उड़ाती है। उनको पता है एक औरत की ताकत, इसलिए वो नए नए रिवाज बना रहे है। अपने ही हाथों से दफन करते हैं एक औरत के सपने, वो लोग भी महिला दिवस मना रहे है...... -मोनिका वर्मा ©Monika verma #WomenDaySpecial #sadquotes