आंखें इस शहर की तस्वीर संजो रही , कानों में इस शहर की हर आवाज गूंज रही , हर गली कुछ कहानी कह रही , खेल के मैदानों से लेकर पार्टी के होलो तक से मेरी आवाज आ रही , हर जगह पर बीते वक्त की तस्वीर फ़्लैश हो रही , आंखें शहर की तस्वीर संजो रही , हर गली कुछ कहानी कह रही ।। ©ऋषभ वर्मा (R.V.) bas kuch din aur #city_life