ऐसी गजब की खामोशी देखी नही कही, टूट गया दिल शीशे सा लेकिन, आवाज़ किसी ने सुनी नही, संभल कर चलना ज़रा ए मेरे हमदम, चुभ ना जाए पांव में कांटा तेरे सांसो का मेरे कही. ✍️.✍️.✍️ "Written:- By @ Umesh Kumar" ©Umesh kumar #कांटा पांव में