मालूम नहीं मेरा मक़सूद क्या है तेरे बिन मेरी मंजिल का वजूद क्या है मुझसे क्या पूछते हो,आती कभी तो मालूम होता,उम्मीद क्या है कहते हैं सब मुझे ख़ुदा के घर जा कोई बताये मुझे ख़ुदा ख़ुद क्या है इश्क़ के फ़ैसले में दिल कभी न समझा,नुकसान क्या है,सूद क्या है 'इज़्तिराब' ये जिसे पाने कि कोशिश है वो कमी क्या है,ये ज़िद क्या है #yqbaba#yqdidi#yqbhaijan#shayari#मक़सूद *मक़सूद-लक्ष्य,aim *सूद-मुनाफ़ा,profit