कुदरत का उसूल कुदरत का उसूल भी अजीब है। विश्वास ही जीवन का पात्र हैं। हम उनके ही प्यार को समझे। कुदरत का वरदान हैं। दूर तक सुनसान है।बस एक आवाज है। जो हमारी मन को मोहित करती हैं। वो प्रकृति का संगीतमय धुन है। मन का कौने-कौने को संजोते है। कुदरत का उसूल भी अजीब है। #कुदरत_का_उसूल_है।