'लोकतंत्र का अर्थ है, एक ऐसी जीवन पद्धति जिसमें स्

'लोकतंत्र का अर्थ है, एक ऐसी जीवन पद्धति जिसमें स्वतंत्रता, समता और बंधुता समाज-जीवन के मूल सिद्धांत होते हैं।' 

-बाबा साहब अम्बेडकर 

कृपया शेष अनुशीर्षक में पढ़ें।
👇👇👇👇👇 भारत के 72वें गणतंत्र दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।


लोकतंत्र-
लोकतंत्र आम लोगों की भलाई का मनोरथ रखता है - लोकतंत्र लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए शासन है। लोकतंत्र में, प्रभुसत्ता लोगों के हाथों में होती है। इसलिए जनता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खुद ही शासक होती है। लोकतंत्र का मुख्य उद्देश्य संपूर्ण जनता की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक प्रगति है। लोकतंत्र एक ऐसी प्रणाली है जिसमें कोई व्यक्ति या किसी विशेष वर्ग के कल्याण के लिए प्रशासन चलाया नहीं जाता है, बल्कि संपूर्ण जनता के कल्याण के लिए प्रयास किए जाते हैं।

     लोकतांत्रिक प्रणाली के लोगों को अनेक प्रकार के महत्वपूर्ण अधिकार प्राप्त होते हैं। विचार प्रगट करन, सभा करन, सरकार की आलोचना करन, वोट देन, चुनाव लडने आदि जैसे प्रभावशाली अधिकार केवल लोकतांत्रिक प्रणाली में ही संभव होते है, क्योंकि शासन उत्तरदाई होता है और शासक एक निश्चित समय के लिए सीधे जनता द्वारा प्रत्ख रूप में चुने जाते हैं। इसलिए, शासक लोगों के अधिकारों और स्वतंत्रताओं की उलंघना करने की जुहरत नहीं करते हैं। लोकतांत्रिक प्रणाली में, लोगों के अधिकार और स्वतंत्रताए संरक्षित रहती है। लोगों के अधिकारों की सुरक्षा लिए लोकतंत्र प्रणाली में कानूनी प्रबंध में किए जाते हैं।
'लोकतंत्र का अर्थ है, एक ऐसी जीवन पद्धति जिसमें स्वतंत्रता, समता और बंधुता समाज-जीवन के मूल सिद्धांत होते हैं।' 

-बाबा साहब अम्बेडकर 

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लोकतंत्र-
लोकतंत्र आम लोगों की भलाई का मनोरथ रखता है - लोकतंत्र लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए शासन है। लोकतंत्र में, प्रभुसत्ता लोगों के हाथों में होती है। इसलिए जनता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खुद ही शासक होती है। लोकतंत्र का मुख्य उद्देश्य संपूर्ण जनता की राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक प्रगति है। लोकतंत्र एक ऐसी प्रणाली है जिसमें कोई व्यक्ति या किसी विशेष वर्ग के कल्याण के लिए प्रशासन चलाया नहीं जाता है, बल्कि संपूर्ण जनता के कल्याण के लिए प्रयास किए जाते हैं।

     लोकतांत्रिक प्रणाली के लोगों को अनेक प्रकार के महत्वपूर्ण अधिकार प्राप्त होते हैं। विचार प्रगट करन, सभा करन, सरकार की आलोचना करन, वोट देन, चुनाव लडने आदि जैसे प्रभावशाली अधिकार केवल लोकतांत्रिक प्रणाली में ही संभव होते है, क्योंकि शासन उत्तरदाई होता है और शासक एक निश्चित समय के लिए सीधे जनता द्वारा प्रत्ख रूप में चुने जाते हैं। इसलिए, शासक लोगों के अधिकारों और स्वतंत्रताओं की उलंघना करने की जुहरत नहीं करते हैं। लोकतांत्रिक प्रणाली में, लोगों के अधिकार और स्वतंत्रताए संरक्षित रहती है। लोगों के अधिकारों की सुरक्षा लिए लोकतंत्र प्रणाली में कानूनी प्रबंध में किए जाते हैं।