मुझे समझने की कोशिश में, कही तुम मत उलझ जाना, मै खुद ना समाज पाया खुद को, अब तो हार मैंने भी है माना। किसी दिन शायद समझ लूंगा अपने ख्वाब को, बस तुम मत उलझा लेना मेरे में अपने आप को। ©Men with pen #Poetry #hindi_poetry #kavitawriting #poetrycommunity #poetrylovers #SunSet