गुस्सा यूंही, बिन बात के ना मैं चिढ़ती हूं, बेशक बोहोत बोलती हूं, पर मैं न किसी का दिल तोड़ती हूं, हर बात को अंदर ही अंदर दावा लेती हूं, आंखों के आंसू को हांटो की हंसी से छुपा लेती हूं, ओर हर बात पे ही मुस्कुरा लेती हूं, मगर जब दिल को जोरो की चोट लगती है ना! तब मैं भी रो लेती हूं, ओर उस वक्त भी मैं मर्यादा से बाहर नहीं आती हूं।। मुझे नहीं आता #मुझेनहींआता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #ankitaguptamusings