ये तेरा इंसाफ था कि बेवफाई के बदले, तू मुझे छोड़कर चली गयी, और तेरा बदला ये था कि, तुने मेरा ही दोस्त चुना था, मुझसे फासला बनाने को।। #अंकित सारस्वत# #insaafv/sbadla