Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं तो सिर्फ कोरे कागज भरती जाती हूं। मन मे जो ख्य

मैं तो सिर्फ कोरे कागज भरती जाती हूं।
मन मे जो ख्याल ,उसे कोरे कागज पर उतार 
देती हूं।
जिंदगी जीने में जो हलचल और ठोकरे
मिली उसे ही कागज पर उभार देती हूं।
ह्रदय में जो सुख दुख के भाव उत्पन
है उसे ही कोरे कागज पर लिखती रहती हूं।
अपने अरमां को युही व्यक्त किये जाती हूं।
सबकी सुनती हु पर अपनी ही करती हूं।
मैं तो मस्त मौला हु आज़ाद पंखी की तरह 
उड़ती हु।
जिंदगी का कोई भरोसा नही फिर भी हस्ती 
रहती हूं।
मैं तो सिर्फ........ विचारों का वर्णन
मैं तो सिर्फ कोरे कागज भरती जाती हूं।
मन मे जो ख्याल ,उसे कोरे कागज पर उतार 
देती हूं।
जिंदगी जीने में जो हलचल और ठोकरे
मिली उसे ही कागज पर उभार देती हूं।
ह्रदय में जो सुख दुख के भाव उत्पन
है उसे ही कोरे कागज पर लिखती रहती हूं।
अपने अरमां को युही व्यक्त किये जाती हूं।
सबकी सुनती हु पर अपनी ही करती हूं।
मैं तो मस्त मौला हु आज़ाद पंखी की तरह 
उड़ती हु।
जिंदगी का कोई भरोसा नही फिर भी हस्ती 
रहती हूं।
मैं तो सिर्फ........ विचारों का वर्णन

विचारों का वर्णन