जमाने भर को रोशन करने, जो आज चला था वो, खबर कहा थी किसी को, खुद अंधेरे में पला था वो, जो बिखेरता रहा लबो पे, मुस्कान हर किसी के, बैठ अंधेरे कमरे में, अक्सर रोता था वो, आज फिर अपना मजाक, बनवाने चला था वो, फिर खुशियां लुटाने चला था वो। ©Ashutosh Kumar खुशियां लुटाने चला था वो, फिर सबको हंसाने चला था wo। #Hopeless #alone #SAD #Smile #Fake #Life #Life_experience #Reality