चाँद हो तुम उसके जैसा ही वजूद रखते हो चलती हूँ तो लगता है़ मेरे साथ चल रहे हो रूकती हूँ तो मेरे साथ रुक रहे हो गरूर सा हो जाता है़ ख़ुद पर मुझे लगता है़ के हर पल साथ निभाते हो मगर अगले ही पल गरूर टूट भी तो जाता है़ क्यूँकि चाँद हो तुम औऱ तुम औरों से भी ऐसे ही कदम से कदम मिलते हो .... Geet #Chand