तक़दीर बदल जाती है जब, तक़दीर बदल जाती है माँ जब माँ से मदर इंडिया बन जाती है, माँ से पहले समाज के नज़रिए से आंकती है। तक़दीर बदल जाती है जब पिता का साया सर से उठ जाता है, समाज के चेहरे से प्याज के जैसे परत हटने लगता है। तक़दीर बदल जाती है जब दीदी की डोली उठती है और दिल टूट जाता है, प्रेम और स्नेह भरा दुपट्टा एक पल में छूट जाता है। तक़दीर बदल जाती है जब हम बड़े हो जाते हैं और परिपूर्ण नहीं परिपक्व हो जाते हैं, एक ही थाली में जूठा खाने वाले भाई अब अलग होने की बात करते हैं। हाँ तब तक़दीर बदल जाती है😢😢😢। #तक़दीर #कविता #मेरीकहानी #nojoto #nojotopoetry #nojotostory #mystory #firststory