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मेरी शख्शियत का यूँ जिक्र ना कर, कि मै शायर की वो

मेरी शख्शियत का यूँ जिक्र ना कर,
कि मै शायर की वो अधूरी गजल हूँ जो पढी तो गयी पर समझ नही आयी,

इसलिये नही की मै समझ से परे हूँ,
बल्कि इसलिये की अहसास हर किसी को महसूस नही होता,
और महसूस करने वाले शब्दो को समझा नही जाता।
                                                        #shivi #shayer 
#gajal
मेरी शख्शियत का यूँ जिक्र ना कर,
कि मै शायर की वो अधूरी गजल हूँ जो पढी तो गयी पर समझ नही आयी,

इसलिये नही की मै समझ से परे हूँ,
बल्कि इसलिये की अहसास हर किसी को महसूस नही होता,
और महसूस करने वाले शब्दो को समझा नही जाता।
                                                        #shivi #shayer 
#gajal