पुलिस और खासकर बिहार पुलिस के व्यवहार को लेकर आम लोगों के मन में इच्छा भाव नहीं बन पाता ऐसे में इस सूचनाओं से राहत मिलती है की राजधानी पटना की पुलिस घर घर जाकर लोगों को नमस्ते कह रही है इसकी समस्या पूछ रही है निदान का आश्वासन दे रही है यह अच्छी शुरुआत है देखना यह होगा कि कहीं इसका हल बीवी निर्माता सप्ताह जैसी परंपरागत योजना की तरह ना हो जाए सप्ताह की अवधि में कभी-कभी इतनी बिंद्रा में व्यवहार करने लगती है की शिकायत लेकर तने पहुंचे लोग संदेह करने लगते हैं उनके साथ मजाक तो नहीं हो रहा ©Ek villain यह प्रयोग सफल होगा