सर्दी की सुबह बिस्तर से उठने का मन ही नहीं करता बस रजाई में पड़े रहो जी करता है इतनी ठंड जो है बाहर डिग्री में लगातार गिरावट आ रही है ऊपर से धूप भी नदारत थोड़ी-सी सूरज की किरणें निकल आयें नर्म ही सही...मज़ा आ जाये अमा दिन की शुरुआत तो करें कोई झंडे तो गाड़ें कितना सुकून मिलता है ना सर्दियों में धूप का सेवन करके आहा हा हा! जवाब नहीं सर 😊 ये रिश्ते भी सर्दी की सुबह ही मालूम पड़ते हैं ग़र इनमें एहसासात की गरमाहट न हो नर्म ही सही...होनी चाहिए वरना चारदीवारी में बस जिस्म पलते हैं चारदीवारी घर तो तब बनता है जब इनमें प्यार पले सही मायने में ज़िन्दगी की असल शुरुआत तभी होती है तभी सार्थक होती है ज़िन्दगी गलती से भी मिस्टेक न हो ! उल्फ़त और मोहब्बत की डिग्री में गिरावट न आये पक्के रिश्तों की नींव ही है प्रेम, स्नेह और सच में इसमें इतना सुकून है न, पूछो मत! #meriqalamse #selfmusing #somewriting #hindipoetry #urdupoetry #poeticsoul