खामोशी से पढ़ो उसके हर एक नज्म को तुम्हरी आंखे शोर मचाएंगी, कुछ पल खमोश हो जाओगे बस याद उसी की आएगी, अपने गमो के मोतियों को फ़िरोह कर वह दर्द-ऐ-मोहब्बत लिखती हैं,लाख तकलीफे हो उसके ज़ीस्त में वह सबकी खैरियत लिखती हैं,जुबां से कुछ ना बोलती बस खामोशी से शोर मचाती हैं,पूछे जो कोई उसका दर्द तो हँस कर जवाब दे जाती हैं,अपनी ज़िंदगी के खाली पन्नो को वह अपने नेकीयो से भरती हैं,चिड़ियों सी चकती हैं कलियों सी महकती हैं,मोहब्बत के मसहले को महोब्बत से हल करती हैं,शायरों के बस्ती में रहती हैं,अल्फाजो से नज्म बुनती हैं,अपने अधूरी मोहब्बत को बड़े प्यार से लिखती हैं, जो समझते हैं उसके दर्द को वह खामोश रहते हैं,बाकी जो ना समझते वह वाह वाह कर निकलते हैं,जरा खामोशी से पढ़ो उसके हर एक नज्म को तुम्हरी आंखे शोर मचाएंगी,कुछ पल खामोश हो जाओगे बस याद उसी की आएगी...!
Someone special 🙇🙇🙇🙇🙇
#anandshakti#deepmu
keep supporting
follow my insta I'd @anandjaiswal9129 #nojotophoto