खुद को आईने में, आज मैंने रोते हुए देखा जगे हुए उम्मीद को, आज फिर सोते हुए देखा !! बड़ी सिद्दत से बसाया था, जिसे इस नज़रों में, इसी नज़रों के सामने, उसे आज किसी और का होते हुए देखा !! #Sohel_quotes