खुले आसमानों में पंछियों को उड़ता देख पंख मुझे भी लग जाते हैं खुले आसमान में उड़ने की चाहत से आंखों के सामने सपनों के बादल छा जाते हैं लगे पंख जो मनुष्य को तो धरती और आसमान के बीच का फर्क समझ जाते हैं उड़ने की चाह ना छोड़े तेज हवाओं के डर से क्योंकि कोशिश करने वाले ही आसमान के बुलंद ऊंचाइयों पर पहुंच जाते हैं ©Neha kanojeeya those who try #flyhigh