इंसान इंसानियत की मिसाल देते रहो, तेरे दुश्मन लाख बिछा दें काटे मगर तुम फूल देते रहो,, गम की शाख जो टूटे तो तुझ पर ना गिरे, अपने दुश्मन को भी दिल से दुआ देते रहो,, देखते देखते एक दौर आएगा जमाना सर झुकाएगा, बस तुम यहीं मोहब्बत लुटाते रहो,, कभी पड़ेंगे नहीं नफरतों के अंधेरे यहां, तुम जो मोहब्बत के चिराग जलाते रहो,, "पंडित नरेन्द्र द्विवेदी" #World_Speech_Day#shayari#sadshayari#life#mohabbat#love Kishan Upadhyay (Kishu😍) अधूरी बातें jAhid 😍 8905605344