तेरे मेरे इश्क़ का अभी एक किस्सा बाकी है चल रही है मेरी गुफ़्तगू अभी तेरे होंठो से. मेरी साँसों में बसा तेरी महक का हिस्सा बाकी है. #ishq #2liner पंडित नरेन्द्र द्विवेदी