बड़े शौक से बेआबरू करते हैं वो हमें जिनके गिरेबान ख़ुद हैं दाग़ से भरे, अब देखो, उनकी भी सुननी पड़ती है हमें जो कभी ख़ुद के ही वजूद को थे तरसे, आरजू भी हमारी उनके निशाँ हो चली जिनके निशाँ थे कभी किसी और से बने, ये तो वही बात हो गई आज के दौर में कि तुम हो कमज़र्फ और हम नहीं हो के भी सबसे बड़े। क्या ये वही दौर है, जिसने तुम्हें "तुम" और मुझे "मैं" बना दिया?? #YQdidi #YQbaba #SattyMuses