सुबह शाम हो गयी, शाम रात हो गयी-2 दरबदर भटकते-भटकते, मेरी उम्र तमाम हो गयी, मेरी मंज़िल थी, मेरे ही दरमियान-2 और उसे ढूंढते-ढूंढते, मेरी ज़िंदगी नीलाम हो गयी ! #जिंदगी #नीलाम #sad #abkahnedo #nojotohindi #nojotourdu #shayri #nojo