अभी थोड़ी आैर शाम ढलने दे.. अभी ना रूक ऐ मुसाफिर पैरों में थोड़ी और थकान बढ़ने दे... ये आसमां तेरा हैं जिंदा रख हौसलें और अपने हाैसलाें काे इस आसमां में पूरी आजादी से उड़ान भरने दे!! -chanchal tomar 💖💖💖