कोई भी हो सकता है अनजाना सा। कभी भी हो सकता है अनहोनी जीवन में।। किसे पता हवा का रुख कब बदल जाए जीवन के सफर में कब मौत के गले लग जाए।। बस एक ही जगह में ठहरे नही रहना आखिरी सांस तक चलते रहना है।। @दिव्या कुमारी #Hindi #nojotohindi #MyPoetry #poem #nojotowriters #dailypoetry #daily #lostinthoughts